पलामू : थाना के बाहर पारा शिक्षक ने पेट्रोल डालकर खुद को जलाया
पलामू जिले के पांडू थाना के बाहर एक पारा शिक्षक ने पेट्रोल अपने शरीर पर डालकर आग लगा ली। इस घटना में पारा शिक्षक के शरीर का 70 प्रतिशत हिस्सा जल गया है। प्राथमिक उपचार करने के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स रेफर कर दिया गया है। उनकी स्थिति चिंताजनक बताई गई है।
चचेरे भाई और प्रमुख पति ने डांट फटकार लगाई थी
पारा शिक्षक की पहचान 40 वर्षीय रणधीर कुमार सिंह पिता मुरली प्रसाद सिंह के रूप में हुई है। रणधीर पांडू प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय डाला में बतौर पारा शिक्षक कार्यरत हैं। पांडू थाना प्रभारी कुमार सौरभ ने दूरभाष पर बताया कि पारा शिक्षक रणधीर कुमार सिंह शराब पीकर गांव में बना रहे जलमीनार के निर्माण में लगे मिस्त्री और मजदूर के साथ मारपीट कर रहे थे। इसकी सूचना मिलने पर उनके चचेरे भाई और प्रमुख पति सिंटू सिंह ने उन्हें डांट फटकार लगाई और बताया कि पारा शिक्षक होते हुए शराब पीकर ऐसी हरकत करना ठीक नहीं है। पारा शिक्षक रणधीर को अपने बड़े भाई की डांट फटकार नागवार गुजरी और उन्होंने भाई के खिलाफ ही मामला दर्ज करने के लिए आवेदन लेकर थाना पहुंच गए। हालांकि यह थाना गेट के अंदर नहीं आए वह अपने साथ ज्वलनशील पदार्थ भी लेकर आए थे। उन्होंने गेट के पहले ही अपने शरीर पर डालकर आग लगा ली।
ज्वलनशील पदार्थ लेकर पहुंचे थे थाना गेट
घटना की सूचना मिलते ही तत्परता दिखाकर उन्हें बचाया गया और फिर इलाज के लिए भेजा गया। थाना प्रभारी ने कहा कि अगर आवेदन लेकर थाना के अंदर पहुंचते तो जरूर उस पर विचार किया जाता, लेकिन घटना से लगता है कि रणधीर कुमार सिंह प्लानिंग के तहत खुद को जलाने के लिए ज्वलनशील पदार्थ लेकर पहुंचे थे और थाना गेट से पहले खुद को जला लिया। पूरे मामले में जांच की जा रही है। इधर, पारा शिक्षक रणधीर कुमार को गंभीर स्थिति में इलाज के लिए एमआरएमसीएच में मंगलवार शाम 6 बजे लाया गया और प्राथमिक इलाज करने के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स रेफर कर दिया गया। रांची ले जाने से पहले उनका बयान लिया गया। हालाकि रणधीर कुमार बार-बार अपना बयान बदल रहे थे।
चचेरे भाई और प्रमुख पति ने डांट फटकार लगाई थी
पारा शिक्षक की पहचान 40 वर्षीय रणधीर कुमार सिंह पिता मुरली प्रसाद सिंह के रूप में हुई है। रणधीर पांडू प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय डाला में बतौर पारा शिक्षक कार्यरत हैं। पांडू थाना प्रभारी कुमार सौरभ ने दूरभाष पर बताया कि पारा शिक्षक रणधीर कुमार सिंह शराब पीकर गांव में बना रहे जलमीनार के निर्माण में लगे मिस्त्री और मजदूर के साथ मारपीट कर रहे थे। इसकी सूचना मिलने पर उनके चचेरे भाई और प्रमुख पति सिंटू सिंह ने उन्हें डांट फटकार लगाई और बताया कि पारा शिक्षक होते हुए शराब पीकर ऐसी हरकत करना ठीक नहीं है। पारा शिक्षक रणधीर को अपने बड़े भाई की डांट फटकार नागवार गुजरी और उन्होंने भाई के खिलाफ ही मामला दर्ज करने के लिए आवेदन लेकर थाना पहुंच गए। हालांकि यह थाना गेट के अंदर नहीं आए वह अपने साथ ज्वलनशील पदार्थ भी लेकर आए थे। उन्होंने गेट के पहले ही अपने शरीर पर डालकर आग लगा ली।
ज्वलनशील पदार्थ लेकर पहुंचे थे थाना गेट
घटना की सूचना मिलते ही तत्परता दिखाकर उन्हें बचाया गया और फिर इलाज के लिए भेजा गया। थाना प्रभारी ने कहा कि अगर आवेदन लेकर थाना के अंदर पहुंचते तो जरूर उस पर विचार किया जाता, लेकिन घटना से लगता है कि रणधीर कुमार सिंह प्लानिंग के तहत खुद को जलाने के लिए ज्वलनशील पदार्थ लेकर पहुंचे थे और थाना गेट से पहले खुद को जला लिया। पूरे मामले में जांच की जा रही है। इधर, पारा शिक्षक रणधीर कुमार को गंभीर स्थिति में इलाज के लिए एमआरएमसीएच में मंगलवार शाम 6 बजे लाया गया और प्राथमिक इलाज करने के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स रेफर कर दिया गया। रांची ले जाने से पहले उनका बयान लिया गया। हालाकि रणधीर कुमार बार-बार अपना बयान बदल रहे थे।
जानकारी मिली है कि थाना आने के दौरान रंधीर अपनी सात साल की बेटी को भी साथ लेकर बाइक से आए थे। थाना गेट से पहले अपनी बेटी को उतारकर साइड कर दिया था एवं खुद को जला लिया था।
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